<p>भारत का इतिहास: पाषाण युग से आधुनिक युग तक का सफर</p>

भारत का इतिहास: पाषाण युग से आधुनिक युग तक का सफर

Published on August 11, 2025

भारत का इतिहास एक विशाल और जटिल कहानी है, जिसे समझने के लिए इसे विभिन्न कालखंडों में विभाजित किया गया है। यहाँ पाषाण युग से लेकर वर्तमान तक के भारतीय इतिहास का एक संक्षिप्त अवलोकन दिया गया है:

 

1. प्राचीन भारत (लगभग 25 लाख ईसा पूर्व - 700 ईस्वी)

 

यह भारतीय इतिहास का सबसे लंबा कालखंड है, जो मानव के उद्भव से लेकर शुरुआती साम्राज्यों तक फैला हुआ है।

  • प्रागैतिहासिक काल (पाषाण युग): इस दौरान मानव ने पत्थरों के औजारों का उपयोग किया। यह काल पुरापाषाण, मध्यपाषाण और नवपाषाण युग में विभाजित है।
  • सिंधु घाटी सभ्यता (लगभग 2500-1750 ईसा पूर्व): भारत की पहली शहरी सभ्यता, जो अपनी सुनियोजित नगर व्यवस्था, जल निकासी प्रणाली और उन्नत जीवनशैली के लिए जानी जाती है। मोहनजो-दड़ो और हड़प्पा इसके प्रमुख नगर थे।
  • वैदिक काल (लगभग 1500-600 ईसा पूर्व): इस काल में वेदों की रचना हुई। यह काल आर्यों के आगमन और सामाजिक-धार्मिक संरचनाओं के विकास का गवाह है।
  • महाजनपद काल और मौर्य साम्राज्य (लगभग 600 ईसा पूर्व - 185 ईसा पूर्व): इस समय 16 महाजनपदों का उदय हुआ, जिनमें से मगध सबसे शक्तिशाली था। चंद्रगुप्त मौर्य ने मौर्य साम्राज्य की स्थापना की, जिसे सम्राट अशोक के शासनकाल में विस्तार मिला।
  • गुप्त काल (लगभग 320-550 ईस्वी): इस काल को 'भारतीय इतिहास का स्वर्ण युग' कहा जाता है, क्योंकि कला, विज्ञान, साहित्य और दर्शन का अभूतपूर्व विकास हुआ।

 

2. मध्यकालीन भारत (लगभग 700 ईस्वी - 1707 ईस्वी)

 

इस कालखंड में उत्तर भारत में राजपूतों का शासन और दक्षिण में चोल, चालुक्य जैसे साम्राज्यों का उदय हुआ, जिसके बाद विदेशी आक्रमण और मुस्लिम शासन की स्थापना हुई।

  • दिल्ली सल्तनत (1206-1526): मुहम्मद गोरी की जीत के बाद कुतुबुद्दीन ऐबक ने दिल्ली सल्तनत की नींव रखी। इसमें गुलाम, खिलजी, तुगलक, सैयद और लोदी जैसे राजवंशों ने शासन किया।
  • मुगल साम्राज्य (1526-1707): बाबर ने पानीपत के पहले युद्ध में इब्राहिम लोदी को हराकर मुगल साम्राज्य की स्थापना की। अकबर, शाहजहाँ और औरंगजेब जैसे शक्तिशाली शासकों ने इसे एक विशाल और समृद्ध साम्राज्य बनाया।

 

3. आधुनिक भारत (लगभग 1707 ईस्वी - 1947 ईस्वी)

 

औरंगजेब की मृत्यु के बाद मुगल साम्राज्य कमजोर हो गया और यूरोपीय कंपनियों, विशेष रूप से ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी, ने भारत में अपनी पकड़ मजबूत की।

  • ब्रिटिश शासन की स्थापना: प्लासी (1757) और बक्सर (1764) के युद्धों के बाद ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत पर अपना नियंत्रण स्थापित कर लिया।
  • 1857 का विद्रोह: इसे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का पहला बड़ा प्रयास माना जाता है।
  • भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन: महात्मा गांधी के नेतृत्व में असहयोग, सविनय अवज्ञा और भारत छोड़ो आंदोलनों ने ब्रिटिश सरकार की नींव हिला दी।

 

4. स्वतंत्रता के बाद का भारत (1947 ईस्वी - वर्तमान)

 

15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी मिली, लेकिन इसके साथ ही देश का विभाजन भी हुआ। भारत ने एक लोकतांत्रिक, संप्रभु और धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र के रूप में खुद को स्थापित किया और विभिन्न चुनौतियों से जूझते हुए प्रगति की।